Types of Noun (नाउन) - संज्ञा के प्रकार
Case कारक
Case of a noun or pronoun discusses whether the person or object in consideration is the subject of the sentence or its object.
noun या pronoun का केस यह बताता है कि वह व्यक्ति या वस्तु वाक्य में कर्ता (subject) की भूमिका में है या कर्म (object) की.
A third case also elaborates on the ownership of something.
एक तीसरा केस भी होता है जो वाक्य में मालिकाना सम्बन्ध की जानकारी देता है.
Depending on the use of the noun or pronoun in a sentence it can also be classified
into one of the following cases...
वाक्य में अपने उपयोग के आधार पर संज्ञा को निम्नलिखित तीन में से एक केस में वर्गिकृत किया जा सकता है.
- Nominative Case
- Accusative Case
- Possessive Case
When a noun or a pronoun is used as a subject of a verb, it is in the Nominative Case.
जब किसी संज्ञा या
सर्वनाम का वाक्य में उपयोग कर्ता के रूप में किया जाता है तो उसे Nominative Case का दर्जा दिया जाता है.
The noun is said to be in the Accusative Case, if it is used as the
object of a verb in the sentence.
जिस संज्ञा का उपयोग क्रिया के कर्म के रूप में किया गया हो उसे Accusative Case का होना कहा जाता है.
for eg.
Ram drove the car. |
इस वाक्य में Ram कर्ता की भूमिका में है और car कर्म की.
इसलिये Ram का रूप nominative case है,
और car का accusative case. |
The car was driven by Ram |
इस वाक्य में Ram कर्म की भूमिका में हो गया और car कर्ता की.
इसलिये car का रूप nominative case है,
और Ram का accusative case. |
When the noun denotes ownership or possession it said to be in the Possessive Case.
जब किसी संज्ञा के उपयोग से मालिकाना सम्बन्ध प्रतीत होता है
तब उस Possessive Case के रूप में होना बताया जाता है.
for eg.
This is Ram's car. |
इस वाक्य में car पर Ram का मालिकाना सम्बन्ध प्रतीत होता है.
इसलिये Ram's का रूप possessive case है. |