Active and Passive Voice
कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य
Let us compare the two sentences shown below...
निम्न वाक्यों की तुलना कीजिये...
Raju helps Hari. |
Hari is
helped by Raju. |
Both the sentences are describing the same action.
दोनो वाक्यों में एक ही कार्य का वर्णनन किया गया है.
But, the first statement the form of the verb shows that Raju - the subject of the sentence - is doing something, is active, whereas the second sentence is showing that Hari - the subject of the sentence is inactive (passive).
किन्तु पहले वाक्य में, verb का स्वरूप
यह दिखाता है कि कर्ता Raju स्वयं कार्य करता है और दूसरे वाक्य से ज्ञात
होता है कि कर्ता Hari के लिए कार्य किया गया है. पहले वाक्य में चर्चा
Raju पर केन्द्रित है जो कार्य में सक्रीय (active) है और दूसरे में चर्चा
Hari पर केन्द्रित जो कार्य के संदर्भ में निश्क्रीय (passive) है.
When form of the verb indicates that the sentence is active then it is said to be in Active Voice, similarly when the form indicates that the subject is passive it is referred to as Passive Voice.
जब verb से ऐसा प्रकट हो कि कर्ता स्वयं कार्य कर रहा है, तब उसे
active
voice में होना कहा जाता है. और जब verb से ऐसा प्रकट हो कि कर्ता स्वयं
कार्य नहीं कर रहा है बल्कि कोई उसके लिए कार्य कर रहा है, तब कहते हैं
कि वह
passive voice में है.
To effectively deliver the message, it is important that we know not only how to change the voice of sentence but also when to use the active voice and when to use the passive voice.
संदेश को प्रभावशाली ढंग से पेश करने के लिये यह आवश्यक है कि हमें पता हो कि कैसे वाक्य के वाच्य को बदला जा सकता है. साथ ही यह भी उतना ही महत्व पूर्ण है कि हमें पता हो कि कब active voice और कब passive voice का प्रयोग करना है.
Let us see the active and passive forms of some more sentences...
आइये कुछ और वाक्यों के active और passive रूप को देखते हैं...
Active Voice | Passive Voice |
Romeo loved Juliet. | Juliet was loved by Romeo. |
Mahesh has designed this building. | This building has been designed by Mahesh. |
Who broke the glass. | By whom was the window broken. |
The active voice is used when the doer of the action is to be given more prominence, whereas passive voice is used when the person or thing on which the action is being performed is to be highlighted.
Active voice का प्रयोग उस समय किया जाता है जब कार्य करने वाले को अहमियत देना होता है और वहीं passive voice का उपयोग उस समय किया जाता है जब तवज्जो उसे दिया जाता है जिस पर काम का प्रभाव पड़ता है.